कभी भी इंसान को खामोश नहीं रहना चाहिए ।इनमे भी आवाज होती है| कभी भी इंसान को खामोश नहीं रहना चाहिए ।इनमे भी आवाज होती है|
क्या पता कब कौन रूठ जाये क्या पता किस बात पर ख़फ़ा हो जाये क्या पता कब कौन रूठ जाये क्या पता किस बात पर ख़फ़ा हो जाये
एक दिन हमारे बीच 'मैं' आया, फिर 'मैं' 'तू-तू मैं-मैं' में बदल गया एक दिन हमारे बीच 'मैं' आया, फिर 'मैं' 'तू-तू मैं-मैं' में बदल गया
निंदिया ना भाये हमें तुम्हारी यादें तड़पाये हमें निंदिया ना भाये हमें तुम्हारी यादें तड़पाये हमें
अब और नहीं अब और नहीं
रहने दे थोडी खामोशियाँ सर्द निगाहों की कहानियाँ ! रहने दे थोडी खामोशियाँ सर्द निगाहों की कहानियाँ !